हार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. आज वित्त मंत्री और राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने बिहार का बजट भी पेश कर दिया. इसके साथ ही आज विधानसभा में देश के सबसे गर्म मुद्दे पर भी चर्चा हुई. एनपीआर और एनआरसी को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने सरकार का रुख स्पष्ट कर दिया है.
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन NPR प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया गया. प्रश्नकाल के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने एनपीआर पर प्रस्ताव रखते हुए विधानसभा अध्यक्ष से इसे पास कराने की अपील की थी. इसके बाद एनपीआर पर संशोधन को लेकर प्रस्ताव पारित कर दिया गया.
इसको लेकर तमाम पार्टियों की तरफ से प्रतिक्रिया दी जा रही है. राजद ने इसे अपनी जीत करार दिया है तो वहीं तेजप्रताप यादव ने कहा है कि ये बिहार में बीजेपी को पहला हार्ट अटैक है. कई नेताओं ने सीएम नीतीश के इस फैसले को सराहा है.
उपेंद्र कुशवाहा ने बताया आईवाश
इसी क्रम में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार विधानसभा में एनपीआर और एनआरसी को नहीं लागू करने के फैसले को आईवाश और जनता को भरमाने वाला बताया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी तीनों एक साथ जुड़ा है. इसे अलग करके नहीं देखा जा सकता है.
नीतीश कुमार की दोहरी नीति नहीं चलेगी
उन्होंने कहा कि केंद्र में सीएए का समर्थन करना और राज्यसभा में क़ानून बनवाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब एनपीआर और एनआरसी नहीं लागू कर पीठ थपथपा रहे हैं. लेकिन सच यह है कि नीतीश कुमार भी देश को बांटने की साज़िश में बराबर के हिस्सेदार हैं. कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की दोहरी नीति नहीं चलेगी, रोना और हंसना साथ नहीं हो सकता.